Krish Astrology Best Astrology Service in Pune

Blog

Your blog category

कालसर्प योग से शांति के उपाय

मानव की जन्मकुंडली में कालसर्प योग (राहु-केतु अन्तर्गत सब ग्रहों का आना) के कारण उसके जीवन में कई बाधाएं उत्पन्न होती हैं, जैसे कि शादी, संतान में विलंब, विद्याभ्यास में विक्षेप, दाम्पत्य जीवन में असंतोष, मानसिक अशांति, स्वास्थ्य हानि, धनाभाव एवं प्रगति में रुकावट आदि। इन सबके निवारण हेतु ‘कालसर्प योग’ की श्रद्धा-भक्ति के साथ

कालसर्प योग से शांति के उपाय Read More »

Best Astrology service online

राहू प्रभाव- 12 भावो मे कितना लाभप्रद और कितना कर सकता है परेशान…

राहु लग्नस्थ होने पर – जातक पूर्णरूपेण दुष्ट, घोर स्वार्थी, नीचकर्मरत, मनस्वी, कृशकाय, दुर्बल, क्षीण शरीर, कामान्ध, काम पिपासु, अल्पसन्तति युक्त, घोर साहसी, दम्भी, अपने कहे वचनों पर दृढ़ रहनेवाला, स्व वचनपालक, स्वकार्य दक्ष, चतुर, बहु रोगी, धर्म रहित या अधर्मी, मित्रों से द्वेष एवं विरोध रखनेवाला, वादापवाद में सदैव विजयी, स्वजनों से दूर या

राहू प्रभाव- 12 भावो मे कितना लाभप्रद और कितना कर सकता है परेशान… Read More »

Best Astrology service online

राहु-राशि-फल  सभी 12 राशियों के अनुसार..

मेष पराक्रम हीन, आलसी, अविवेकी, अतिचारी, शिरपीड़ा युक्त, कामाग्नि पीड़ित विवाद में विजयी, दीर्घ रोगी। वृष-सुखी, चंचल, धन-धान्य संपन्न कपट-शूरवीर, वाचाल, धन-नाशक, दरिद्र, मित्रों की बात न माननेवाला। मिथुन-योगाभ्यासी, गायक, बलवान, दीर्घायु, बाहुबली, प्रतापी, विश्वबंधु, बुद्धि चातुर्य युक्त, विवेकी। कर्क-उदर रोगी, धनहीन, कपटी, पराजित, मित्रों से सुखी, स्त्री प्राप्ति, माता-पिता को क्लेश, शीत-वात-विकार। सिंह- चतुर,

राहु-राशि-फल  सभी 12 राशियों के अनुसार.. Read More »

Scroll to Top
× How can I help you?